एशिया कप 2025 के इतिहास में पहली बार भारत और पाकिस्तान आमने-सामने फाइनल में पहुँचेंगे।
पाकिस्तान के खिलाफ बड़े मुकाबलों में भारत का रिकॉर्ड हमेशा शानदार नहीं रहा है।
मल्टी-नेशन टूर्नामेंटों (5+ टीमों) की चौंकाने वाली बात ये है कि भारत-पाक के बीच अब तक 5 फाइनल हुए हैं, जिसमें पाकिस्तान ने 3 में जीत हासिल की है और भारत 2 बार विजेता रहा है।
यदि भारत यह फाइनल जीतेगा, तो वह इतिहास में पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल रिकॉर्ड को बराबर (3–3) कर देगा।
2017 की चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को 180 रन से हराया था — यह मैच भारतीय टीम को अब तक नहीं भूला है।
पाकिस्तान की ताकत उसकी अनिश्चितता है — कभी भी मैच का रुख पलट सकती है।
भारत को शुरुआती विकेट बचाना बेहद जरूरी होगा — फाइनल जैसे दबाव वाले मैच में शुरुआती झटके खतरनाक बन सकते हैं।
भारत को हर विभाग (बल्लेबाजी, गेंदबाजी, फील्डिंग) में संतुलन और आक्रामकता दिखानी होगी।
पाकिस्तान की गेंदबाजी इकाई — खासकर तेज़ गेंदबाज — शुरुआती विकेट लेने की कोशिश करेगी, जिससे भारत दबाव में आ सकता है।
भारत की कप्तानी (Suryakumar यानि “सूर्या ब्रिगेड”) पर आज का मैच साबित करेगा कि वे बड़े मुकाबलों की जिम्मेदारी ले सकते हैं या नहीं।